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मानव रचना पहुंचे जर्मनी के 30 छात्रों ने भारतीय संस्कृति और शिक्षा के बारे में जानकारी पाई

-एमआरआईआईआरएस की ओर से परिसर में इंडो-जर्मन मीट का आय़ोजन किया गया

-आईएमसी के साथ मिलकर शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू करने पर की गई चर्चा

खबरेंNcr रिपोर्टर पंकज अरोड़ा फरीदाबाद30 नवंबर, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) के स्कूल ऑफ लीडरशिप एंड मैनेजमेंट (एसएलएम) स्नातकोत्तर विभाग की ओर से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पहल के तहत इंडो-जर्मन मीट का आयोजन हुआ। मानव रचना इंटरनेशनल एक्सचेंज सेंटर (एमआरआईईसी) की ओर से कराए गए इस कार्यक्रम में फ्रैंकफर्ट, जर्मनी स्थित इंटरनेशनल मैनेजमेंट कॉलेज (आईएमसी) से 30 छात्रों का प्रतिनिधि मंडल पहुंचा। इसके साथ ही संस्थान में एसएलएम पीजी से 50 छात्रों ने भी भाग लिया।

कार्यक्रम में बतौर सम्मानित अतिथि फ्रैंकफर्ट जर्मनी स्थित इंस्टीट्यूट फॉर मैनेजमेंटएजुकेशन एंड कल्चर (आईएमईसी) और इंटरनेशनल मैनेजमेंट कॉलेज (आईएमसी) के प्रबंध निदेशक प्रोफेसर डॉ. रेने रूथ पहुंचे। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर एमबीए और बिजनेस कोच सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशकआईएमईसी डॉ. टॉर्स्टन नेट्ज़र शामिल हुए। इनके साथ संस्थान से डीन एसएलएम पीजी राजीव कपूर और निदेशक व एचओडी एसएलएम पीजी डॉ दीप्ति डबास हज़ारिका उपस्थित रहे।

आईएमईसी बिजनेस परामर्शबिजनेस ट्रेनिंग सहित एजुकेशनल बिजनेस ट्रिप का आयोजन कराता है। इंडो जर्मन मीट के तहत दोनों देशों के छात्रों को एक-दूसरे की संस्कृति, शिक्षा, खानपान और रहन-सहन के बारे में नजदीक से जानने मौका मिला। इस कार्यक्रम के तहत परिसर में जर्मन छात्रों को हाइब्रिड पाठ्यक्रम कराने, स्टूडेंट एक्सचेंज कार्य़क्रम के तहत एसएलएम पीजी छात्रों को आईएमसी का दौरा कराने, संस्थान में आईएमसी के साथ मिलकर शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू करने को लेकर चर्चा की गई।

कार्यक्रम के समापन पर छात्र कल्याण विभाग से सुरतरंग सोसायटी के छात्रों ने भारतीय शास्त्रीय संगीत की खूबसूरत प्रस्तुति देकर समां बांधा। वहीं जर्मनी से आए छात्रों ने संस्थान के छात्रों संग मिलकर पंजाबी बीट्स और भांगड़ा पर शानदार प्रस्तुति दी। अंत में प्रो. (डॉ.) सोमा अरोड़ा ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि देशों के आपसी सहयोग से आयोजित इस तरह के कार्यक्रम छात्रों के लिए लाभकारी हैं।

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