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भारत विश्व की सबसे बड़ी युवा फुटबॉल प्रतियोगिता में लेगा हिस्सा

• 10 जुलाई को स्वीडन दूतावास में टीम के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।

• एसकेएफ इंडिया द्वारा आयोजित ‘मीट द वर्ल्ड’ टूर्नामेंट जीतकर हरियाणा की टीम ने पाई पात्रता

पंकज अरोड़ा की रिपोर्ट/फरीदाबाद: विश्व की सबसे बड़ी युवा फुटबॉल प्रतियोगिता गोथिया कप 2025 का आयोजन 14 से 20 जुलाई के बीच स्वीडन के गोथेनबर्ग शहर में किया जाएगा, जिसमें 80 से अधिक देशों की 1,700 से ज़्यादा टीमें भाग लेंगी। भारत की ओर से दो टीमें भाग लेंगी — हरियाणा की अंडर-15 बालिका फुटबॉल टीम, जिसमें जींद की खिलाड़ी शामिल हैं और जिन्हें मानव रचना शैक्षिक संस्थान (MREI) में प्रशिक्षण दिया गया है,; और दूसरी, स्पेशल ओलंपिक भारत की टीम है।

दोनों टीमों के लिए शुभकामना समारोह 10 जुलाई को नई दिल्ली स्थित स्वीडन दूतावास में आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्पेशल ओलंपिक भारत, एसकेएफ इंडिया, मानव रचना और सरकार के विभिन्न प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

हरियाणा की अंडर-15 टीम को अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल कोच माइकल बैसी द्वारा मानव रचना परिसर में प्रशिक्षित किया जा रहा है। यहां खिलाड़ियों को सघन प्रशिक्षण सत्रों के साथ-साथ मैच फिटनेस के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया कार्यक्रम उपलब्ध कराया जा रहा है।इस टीम का चयन मानव रचना और हरियाणा फुटबॉल संघ द्वारा आयोजित ‘मीट द वर्ल्ड’ टूर्नामेंट के माध्यम से किया गया था। इस प्रतियोगिता ने ग्रामीण पृष्ठभूमि की प्रतिभाशाली बालिकाओं को पहचानने का अवसर दिया, जिनमें से कई पहली बार अपने जिले और देश से बाहर यात्रा कर रही हैं।

डॉ. अमित भल्ला, उपाध्यक्ष, मानव रचना शैक्षिक संस्थान ने कहा, “यह केवल एक टूर्नामेंट की बात नहीं है, यह सपनों को साकार करने की बात है। यह ग्रामीण समुदायों की बालिकाओं को वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का आत्मविश्वास देने की बात है। खेल की यही शक्ति है, और मानव रचना का सदैव यही उद्देश्य रहा है। हमें इस परिवर्तनकारी बदलाव का माध्यम बनने पर गर्व है।”

माइकल बैसी, अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल कोच ने कहा, “फुटबॉल केवल प्रतिभा का खेल नहीं है, यह तैयारी, समर्थन और विश्वास का खेल है। जो कार्य मानव रचना यहां कर रही है, विशेषकर ग्रामीण और वंचित पृष्ठभूमि की बालिकाओं के लिए, वह अत्यंत प्रेरणादायक है। जींद की ये खिलाड़ी जुनून, समर्पण और उद्देश्य के साथ प्रशिक्षण ले रही हैं। इन्हें विश्व की टीमों के सामने उतरते देखना गर्व की बात है।”

खिलाड़ियों की संपूर्ण शारीरिक और मानसिक फिटनेस सुनिश्चित करने हेतु मानव रचना फिजियोथेरेपी विभाग से एक फिजियोथेरेपिस्ट टीम के साथ यात्रा करेंगे, जो प्रतियोगिता के दौरान रिकवरी और प्रदर्शन में सहयोग देंगे।

काफी, गोलकीपर, हरियाणा अंडर-15 बालिका फुटबॉल टीम ने कहा, “गोथिया कप के लिए प्रशिक्षण और इंडिया की जर्सी पहनना मेरे लिए सब कुछ है। मेरी टीम मुझे ‘रक्षक’ कहती है,और स्कूल में जब मैं जाती हूं तो सब चिल्लाते हैं ‘इंडिया की गोलकीपर’। मैं अपना सब कुछ देने के लिए तैयार हूं।”

मुस्कान, खिलाड़ी, हरियाणा अंडर-15 बालिका फुटबॉल टीम ने कहा, “कई बार बैठकर सोचती हूं कि जब उस स्टेडियम में कदम रखूंगी तो कैसा लगेगा। जींद से गोथेनबर्ग तक का सफर अब भी एक सपना सा लगता है। मैंने पहली बार पासपोर्ट बनवाया है, और अब पहले से भी अधिक मेहनत कर रही हूं। मैं चाहती हूं कि मेरे गांव की लड़कियां भी विश्वास करें कि हम भी उड़ सकते हैं।”

यह गौरव का क्षण वर्षों की मेहनत और संगठित समर्थन से संभव हो पाया है। हरियाणा फुटबॉल संघ के साथ मिलकर मानव रचना ने कई राज्य स्तरीय शिविर, ग्रासरूट टूर्नामेंट और फीफा समर्थित पहलों का आयोजन किया है ताकि क्षेत्र में फुटबॉल की पहुंच को बढ़ाया जा सके। हरियाणा महिला टीम ने नियमित रूप से मानव रचना परिसर में प्रशिक्षण लिया है, जहां खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं, विशेषज्ञ कोचिंग और मानव रचना स्पोर्ट्स साइंस सेंटर के माध्यम से समग्र समर्थन प्रदान किया जाता है।

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