मानसिक व भावनात्मक संतुलन ही स्वस्थ जीवन की कुंजी – कार्यशाला में विशेषज्ञों के विचार
यमुनानगर, 18 सितंबर – इमोशनल एंनलाइटमेंट फाउंडेशन के सौजन्य से महाराजा अग्रसेन कॉलेज, जगाधरी में छात्र कल्याण विभाग एवं समाजशास्त्र विभाग द्वारा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला की अध्यक्षता कॉलेज की ऑफिशिएटिंग प्रिंसिपल डॉ. करुणा ने की। इस अवसर पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. पूनम गर्ग तथा समाजशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. सपना कंबोज ने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता पर प्रेरणादायक विचार प्रस्तुत किए।
मुख्य वक्ता के रूप में इमोशनल एंनलाइटमेंट फाउंडेशन से अल्का वर्मा एवं सुधाकर मौर्य ने छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे तनाव प्रबंधन, सकारात्मक सोच, भावनात्मक संतुलन एवं परामर्श की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर डॉ. वी.एस. ढिल्लों, प्रो. दीपक, डॉ. नेहा अरोड़ा, अनुराधा, नीरज, रीतु, प्रो. सीमा जैन, कुणाल वर्मा, नैना, करण, सिद्धार्थ, प्रियंका, कशिश एवं वंशिका सहित अनेक उपस्थित रहे।
कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने भी अपने चिंताओं एवं अनुभवों को साझा किया। विशेषज्ञों ने उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए सकारात्मक जीवन दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि मानसिक स्वास्थ्य उतना ही आवश्यक है जितना शारीरिक स्वास्थ्य। भावनात्मक जागरूकता और संवाद के माध्यम से ही युवा वर्ग एक स्वस्थ और संतुलित जीवन जी सकता है।