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जोड़ों के दर्द को न करें नजरअंदाज: डॉ. राकेश कुमार 

पंकज अरोड़ा की रिपोर्ट/फरीदाबाद: 7 अक्टूबर, ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल की ओर से नीलम बाटा रोड स्थित एक होटल में सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें अस्पताल

के आर्थोपेडिक एवं स्पोर्ट्स इंजरी विभाग के सर्जन डॉ. राकेश कुमार ने मुख्य रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि

अक्सर लोग हड्डियों में हल्के दर्द, सूजन या रात के समय असहनीय दर्द को सामान्य थकान या पुरानी चोट का असर समझकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन यही मामूली लगने वाले लक्षण कई बार हड्डियों के कैंसर की शुरुआती चेतावनी साबित होते हैं। इसलिए जागरूक होकर समय पर जांच अवश्य करवानी चाहिए। बीमारी की समय पर पहचान से इलाज संभव है।

डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि हड्डियों के कैंसर (बोन कैंसर) को चिकित्सा जगत में सबसे चुनौतीपूर्ण और खतरनाक बीमारियों में गिना जाता है। हड्डियों में लगातार दर्द रहना, रात को दर्द का बढ़ना, सूजन या गांठ उभरना, मामूली चोट पर भी हड्डी का टूट जाना, थकान, वजन घटना या बार-बार बुखार आना, ये सभी लक्षण हड्डियों के कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। कई बार ये लक्षण गठिया या सामान्य जोड़ों के दर्द जैसे लगते हैं, जिससे लोग भ्रमित हो जाते हैं और जांच में देर हो जाती है। तब तक बीमारी शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाती है, जिससे उपचार जटिल हो जाता है।

उन्होंने बताया कि असंतुलित जीवनशैली, जंक फूड का अधिक सेवन और शारीरिक सक्रियता की कमी इस बीमारी के मुख्य कारणों में शामिल हैं। हालांकि आज चिकित्सा विज्ञान ने बोन कैंसर के इलाज को पहले से कहीं अधिक सटीक और सुरक्षित बना दिया है। रोबोटिक सर्जरी के जरिये अब कैंसरग्रस्त हड्डी के हिस्से को अत्यधिक परिशुद्धता के साथ हटाया जा सकता है। यह तकनीक न केवल कम दर्दनाक होती है, बल्कि मरीज की रिकवरी भी तेजी से होती है। उन्होंने सलाह दी कि यदि किसी व्यक्ति को हड्डियों में लगातार दर्द या सूजन महसूस हो रही है, तो उसे तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। शुरुआती जांच ही इस बीमारी से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।

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