पंकज अरोड़ा की रिपोर्ट/फरीदाबाद, 13 सितम्बर:एकॉर्ड फाउंडेशन ने बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) के प्रोजेक्ट विजयक के सहयोग से कारगिल, डिस्किट और तुर्तुक में नि:शुल्क मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन किया। इस तीन दिवसीय शिविर का उद्देश्य सीमावर्ती और दुर्गम इलाकों में रहने वाले लोगों के साथ-साथ बीआरओ श्रमिकों और उनके परिवारों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना था।
शिविर में विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने मरीजों की जांच की, परामर्श दिया और मुफ्त दवाइयां वितरित कीं। इस मौके पर अस्पताल चेयरमैन डॉ. जितेंद्र कुमार, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दिव्या कुमार, आर्थो एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट विभाग के चेयरमैन डॉ. युवराज कुमार, कार्डियक एवं वैस्कुलर विभाग के डायरेक्टर डॉ. बीजू शिवम पिल्लई, साथ ही डॉ. आशिफ उमर, डॉ. आदित्य और डॉ. कोमल ने सैकड़ों मरीजों का इलाज किया।
कैंप में फिजिशियन, स्त्री रोग एवं बांझपन विशेषज्ञ, आर्थोपेडिक, हृदय रोग और सर्जरी विभाग से जुड़े डॉक्टरों ने सेवाएं दीं। बीआरओ श्रमिकों को कठिन मौसम और ऊंचाई वाले इलाकों में कार्य जारी रखने के लिए गर्म कपड़े भी वितरित किए गए। स्थानीय लोगों और मजदूरों ने बताया कि उन्हें पहली बार इतने विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह और उपचार एक ही जगह पर प्राप्त हुआ।
अस्पताल चेयरमैन डॉ. जितेंद्र कुमार ने कहा कि कारगिल और आसपास के क्षेत्र बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं से काफी हद तक वंचित हैं। ऐसे में एकॉर्ड फाउंडेशन समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर लोगों तक चिकित्सा सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बीआरओ श्रमिक देश के लिए कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं और उनकी देखभाल करना समाज की जिम्मेदारी है।
आर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. युवराज कुमार ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग अक्सर हड्डी और जोड़ों से जुड़ी बीमारियों का इलाज समय पर नहीं करा पाते। ऐसे में इस तरह के कैंप उन्हें सही दिशा और भरोसा देते हैं।
इस आयोजन को स्थानीय लोगों ने सराहा और इसे सहयोग और करुणा का अनूठा संदेश बताया। आयोजकों ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी ऐसे शिविर लगातार आयोजित किए जाएंगे, ताकि सीमांत क्षेत्रों के लोग और श्रमिक बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ सकें।