पंकज अरोड़ा की रिपोर्ट/फरीदाबाद, 18 सितंबर: नेशनल एचआईवी एड्स दिवस के अवसर पर एकॉर्ड अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. सुंदरी श्रीकांत
ने लोगों को एड्स जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि समय पर जांच और इलाज से इस रोग को नियंत्रित किया जा सकता है।
डॉ. सुंदरी श्रीकांत ने बताया कि एचआईवी संक्रमण के बारे में समाज में अभी भी कई तरह की गलतफहमियां हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बीमारी सामान्य संपर्क जैसे हाथ मिलाने, गले लगाने या साथ बैठने से नहीं फैलती। यह मुख्य रूप से असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई और ब्लड ट्रांसफ्यूजन के माध्यम से फैलती है।
डॉ. सुंदरी श्रीकांत ने कहा कि समय पर टेस्ट और दवाइयों से मरीज एक सामान्य जीवन जी सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इसके प्रति जागरूक रहें, खुद भी जांच कराएं और दूसरों को भी इसके बारे में जानकारी दें। अस्पताल की ओर से लोगों को मुफ्त परामर्श और टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जागरूकता ही इस बीमारी से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। समाज के हर वर्ग को मिलकर इस दिशा में काम करना चाहिए, ताकि एचआईवी एड्स से जुड़े भय और भेदभाव को खत्म किया जा सके।