KhabarNcr

गणतंत्र दिवस पर बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम से मन मोहा

पंकज अरोड़ा की रिपोर्ट, फरीदाबाद: कमला नेहरु पब्लिक स्कूल में 76वां गणतंत्र दिवस समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने देशभक्ति से ओत-प्रोत होकर विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत हवन से की गई तत्पश्चात स्कूल के प्रांगण में ध्वजारोहण किया गया‌ जिसके बाद राष्ट्रीय गीत गाया गया। माँ सरस्वती एवं महापुरूषों की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलन व पुष्पांजलि अर्पित की गई।

स्कूल प्रांगण में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीत, नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्वतंत्रता संग्राम की गौरवशाली गाथाओं को याद किया गया।

कार्यक्रम इतने मनमोहक रहे कि वहाँ उपस्थित सभी दर्शकों को भाव विभोर कर दिया तथा देशभक्ति की भावनाओं से भर दिया। कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।

इस मौके पर मुख्य अतिथि धनेश अदलखा ने सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए देशभक्त व महापुरूषों की जीवनशैली व उनके त्याग के विषय में बताते हुए उनके द्वारा निर्देशित मार्ग का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में अनिल मदान, डायरेक्टर, क्राउन सेरेमनीज तथा वसु मित्र सत्यार्थी, समाज सेवी विशेष अतिथि के रूप में‌‌ उपस्थित रहे ओर आवाहन किया कि गणतंत्र दिवस के दिन हम संकल्प लें कि हम देश के प्रति अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ पालन करेंगे। देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने की दिशा में काम करेंगे। अपने साथ दूसरे के अधिकारों का भी ध्यान रखेंगे।

प्रधानाचार्य ज्योति आर्य ने सभी विद्यार्थियों आदि को संबोधित करने हुए गणतंत्र दिवस को मनाने के कारण, हमारा संविधान एवं देश के प्रति हमारा फर्ज़ आदि विषयों से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी दी एवं सभी विद्यार्थियों को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सभी का कार्यक्रम में सम्मिलित होने पर धन्यवाद किया और गणतंत्र दिवस की बधाई देते दी।

इस अवसर पर न्यायधीश सत्यभूषण आर्य, विद्या भूषण आर्य, सचिव एस एम सी, सुरेश गुलाटी, कर्मवीर, अमित आहूजा, दीपक ठकुराल, मनप्रीत सिंह, विजय भूषण आर्य, उच्चतम न्यायालय विशेष रुप से उपस्थित रहे।

You might also like

You cannot copy content of this page