फरीदाबाद: 17 जनवरी, जन्नत खत्री ने गरीब बच्चो, जो आने वाली पीढ़ी हैं, के साथ समय बिताया, छोटी छोटी खुशियां बांटी, व उनकी आने वाली जिंदगी में परिवर्तन लाने की क्षमता रखने वाले विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि देश-दुनिया के इतिहास में 17 जनवरी की तारीख पर कई महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं। इसी दिन 1946 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक हुई थी। यह दुनिया में शांति और सुरक्षा की संरक्षक मानी जाने वाली सर्वोच्च संस्था है। हिंदी फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर का जन्म भी 17 जनवरी को हुआ था। कमाल की बात तो ये है की साल के 365 दिन , हर रोज कुछ न कुछ खास हुआ है और यदि हम सीखना चाहे तो हर दिन से सीख सकते हैं। आवश्यक है तो केवल हमारे विचारों का सही दिशा में होना।
जन्नत खत्री अक्सर ही गरीबों में ऐसी छोटी छोटी खुशियां साझा करती रहतीं हैं और एक नई जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज़ बखूबी निभाती हैं। उनका मानना है कि देश का भविष्य आने वाली पीढ़ी पर ही निर्भर है और इसलिए जितना हो पाए उतना हर वर्ग को साथ लेकर चलना चाहिए। तभी हम एक संयुक्त राष्ट्र बन पाएंगे। जन्नत खत्री का कहना है कि जब आप एक छोटे बच्चे को तोहफा देते हैं, चाहे वो कोई भी बच्चा हो और कितना ही छोटा तोहफा हो, उस बच्चे की वो मासूम खुशी को देखते ही आपका दिल बाग बाग हो जाता है। इंसान हमेशा खुशियों के पीछे भागता है लेकिन ये खुशियां तो कदम कदम पर हैं अगर बटोर सको तो।