खबरेंNcr रिपोर्टर पंकज अरोड़ा फरीदाबाद: 27 मार्च, महारानी श्री वैष्णो देवी मंदिर में छठे नवरात्रि पर मां कात्यानी की धूमधाम से पूजा अर्चना की गई. इस अवसर पर मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. प्रात कालीन आरती में भक्तों ने मां कात्यानी के समक्ष पूजा अर्चना की तथा अपने मन की मुराद मांगी. मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने पूजा अर्चना का शुभारंभ करवाया. मां कात्यानी के समक्ष ज्योत प्रज्वलित करने के अवसर पर उद्योगपति आर के बत्रा, कैलाश कथूरिया, प्रीतम धमीजा, धर्म एवं धीरज मुख्य रूप से उपस्थित थे. श्री भाटिया ने आए हुए सभी अतिथियों एवं श्रद्धालुओं का दिल खोलकर स्वागत किया.
इस अवसर पर श्री भाटिया ने श्रद्धालुओं को बताया कि माँ पार्वती ने राक्षस महिषासुर का वध करने के लिए देवी कात्यायनी का रूप धारण किया। यह देवी पार्वती का सबसे हिंसक रूप है, इस रूप में देवी पार्वती को योद्धा देवी के रूप में भी जाना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार देवी पार्वती का जन्म ऋषि कात्या के घर पर हुआ था और जिसके कारण देवी पार्वती के इस रूप को कात्यायनी के नाम से जाना जाता है। छठे नवरात्रि पर मां कात्यायनी की पूजा की जाती है।
मां कात्यानी की सवारी शेर है
भाटिया ने बताया कि मां के चार हाथ – बाएं हाथों में कमल का फूल और तलवार धारण किए हुए है और अपने दाहिने हाथ को अभय और वरद मुद्रा में रखती है। मां का प्रिय भोग शुद्ध शहद और केसर है. मां को चमकीला सुनहरा रंग अति प्रिय है. श्री भाटिया ने कहा कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां कात्यायनी की पूजा कर अपने मन की मुराद मांगता है तो वह अवश्य पूरी होती है.