खबरेंNcr रिपोर्टर पंकज अरोड़ा फ़रीदाबाद: 24 मार्च,आर्य समाज सैक्टर 7 में शहीदों के सम्मान और उनके बलिदान की याद में शहीद दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन और संचालन महिलाओं द्वारा किया गया। मंच संचालन सारिका शर्मा ने किया तथा
संघमित्रा कौशिक, रजनी बत्रा, सुमन बत्रा, सुमन राणा, प्रेम बहल, सविता सचदेवा ने अपने देशभक्तिपूर्ण विचारों, कविताओं तथा गीतों के माध्यम से देश के लिए अपना बलिदान देने वाले वीर स्वतंत्रता सैनानियों भारत माता के वीर सपूत भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु याद किया। भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने वाले वीर अमर शहीदों को याद कर उनके पदचिह्नों पर चलने का आहवान किया।
वक्ताओं ने बताया कि स्वतंत्रता आंदोलन में आर्य समाज की अग्रणी भूमिका रही है और महर्षि दयानंद सरस्वती का क्रांतिकारियों में विशेष प्रभाव था। स्वतंत्रता आंदोलन में आर्य वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी। प्रसिद्ध क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह के दादा सरदार अर्जुन सिंह विशुद्ध आर्य समाजी थे और इनके पिता किशन सिंह भी आर्य समाजी थे। भगत सिंह के विचारों पर भी आर्य समाज के संस्कारों की छाप स्पष्ट दिखाई पड़ती है। भगत सिंह, वीर अर्जुन कार्यालय में स्वामी श्रद्धानंद और पंडित इंद्रविद्या वाचस्पति के पास ठहरे थे। गुरुकुल इंद्रप्रस्थ, फरीदाबाद में की गुफा में देश के सच्चे सिपाही नेताजी सुभाष चंद्र बोस आठ दिनों तक भूमिगत रहे थे। आजादी के आंदोलन के दौरान राम प्रसाद बिस्मिल, शहीदे आजम सरदार भगत ¨सह, अशफाक उल्ला खां, चंद्रशेखर आजाद यहां आकर रणनीति बनाया करते थे।
भजन संध्या के पश्चात फूलों की होली खेलकर सबको होली की बधाई दी गई। इस अवसर पर निष्ठाकर आर्य, सतीश कौशिक, रामबीर नाहर, आचार्य सत्यम आर्य, वसु मित्र सत्यार्थी, अर्जुन देव शास्त्री, अविकल आर्य, साकेत कौशिक, एम एल आहूजा, विनोद मोदी, राज मल्होत्रा, शोभा महेंन्द्रु, सुमन मेंहदीरत्ता तथा शिल्पी आर्य उपस्थित रहे।