– मानव रचना के 40 छात्रों ने फिनाले में लिया हिस्सा
– ‘वायु प्रदूषण और इसके शमन’ विषय पर समूह चर्चा
12 जनवरी, स्वामी विवेकानंद जी की जयंती- राष्ट्रीय युवा दिवस 2022 के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि ने भारत के विश्वविद्यालयों के सहयोग से राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद (एनईवाईपी) 2022 का आयोजन किया। इस वर्ष मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च और स्टडीज़ को नेशनल होस्ट यूनिवर्सिटी के रूप में चुना गया था। एनईवाईपी का समापन आज विश्वविद्यालय में ऑनलाइन मोड में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मानव रचना के लगभग 40 छात्रों ने हिस्सा लिया। इन छात्रों का चयन यूनिवर्सिटी में आयोजित स्क्रीनिंग राउंड के बाद किया गया था। प्रतियोगिता के एक भाग के रूप में, छात्रों ने ‘वायु प्रदूषण और इसके शमन’ विषय पर समूह चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया।
डॉ. एन. सी. वाधवा, सेवानिवृत्त आईएएस, महानिदेशक, मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीटूशन, ने अपने बहुमूल्य विचार साझा किए। उन्होंने आज के युवाओं के लिए इस तरह के विचार-विमर्श का महत्व बताया। उन्होंने छात्र समुदाय से पर्यावरण के प्रति अधिक सतर्क रहने का आग्रह किया, और बताया कि कैसे युवा स्थिति को संवेदनशील बना सकते हैं और पर्यावरण संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की दिशा में काम कर सकते हैं।
डॉ. पूजा खुराना, सदस्य, मैनेजिंग टीम एनईवाईपी 2022, एमआरआईआईआरएस ने एनईवाईपी 2022 पर रिपोर्ट प्रस्तुत की और छात्रों के साथ फिनाले की आचार संहिता साझा की। ज्यूरी में समर्थ खन्ना, एक प्रकृतिवादी, पारिस्थितिकीविद्, वन्यजीव शिक्षक; रोहित चावला, ZReO.in और ‘वी द वंडर एक्सप्लोरर्स’ के संस्थापक; रामवीर तंवर, ‘से अर्थ’ के संस्थापक तथा एक TEDx स्पीकर और पूजा गुप्ता, मास्टर ट्रेनर वार्ड 31 और स्वच्छ बनेगा फरीदाबाद, आदि शामिल थे। चर्चा के दौरान, भाग लेने वाले छात्रों ने वायु प्रदूषण के कारणों और सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कदमों और नागरिकों को स्थिति को बिगड़ने से रोकने की बात की। चर्चा के माध्यम से कई समाधान और सिफारिशें सामने आईं।
कुल 31 छात्र फिनाले का हिस्सा थे, जिसमें 12 छात्रों को इस दौर में विजेताओं के रूप में चुना गया है, जो कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में क्षेत्रीय स्तर पर भाग लेंगे।