श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी के मंचन पर सीता द्वारा हनुमान को चूड़ामणि देना व विभीषण का राम की शरण में आना
पंकज अरोड़ा की रिपोर्ट फरीदाबाद: सेक्टर 12 स्थित हो रही श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी के मंचन पर कई दृश्य दर्शाए गए जिसमें माता सीता जी का हनुमान जी को चूड़ामणि निशानी देते हुए कहा कि अब और सहा नहीं जाता वह श्रीराम से कह देना कि जल्द सेना लेकर आए और रावण के चुंगल से छुड़ा ले जाए,
तो वंही दूसरी और विभीषण द्वारा अपने भाई लंकेश रावण को समझाते हुए कहना अभी आप माता सीता को वापिस श्री राम के पास लौटा दें जिससे राक्षस जाति का नाश न हो पर लंकेश रावण नहीं मानते और विभीषण को भला बुरा कह कर लात मार कर दरबार से निकाल देते हैं
और फिर विभीषण राम की शरण में जाते हैं और प्रभु श्री राम उनको अपनी शरण में ले लेते हैं और उनके कहने पर एक बार फिर अंगद को दूत बना कर रावण को समझाने के लिए लंका में भेजते हैं और तब भी ना माने रावण तो ऐलाने जंग की घोषणा कर देना।

आपको बता दे कि दशहरा में सिर्फ एक दिन बचा है जिसमें कलाकार दिन रात एक कर रहे है और जनता का प्यार और आशीर्वाद उन्हें बहुत मिल रहा है ।


कलाकारों कि बात करें तो सीता बनी ( योगंधा वशिष्ट),हनुमान का किरदार (कैलाश चावला),रावण का गजब किरदार ( श्रवण चावला), विभीषण का ( राजकुमार ढींगरा), मेघनाद की गर्जना में (विजय कुमार कांटा), और अंगद की भूमिका (कशिश चावला) ने ईमानदारी से निभाया है ।