पंकज अरोड़ा की रिपोर्ट/फरीदाबाद: 26 अक्टूबर, विश्व हिन्दू परिषद द्वारा संचालित श्री गोपाल गौशाला में गोपाष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। तथा इस वर्ष से गौशाला की परिक्रमा शुरु की जाएगी। बुजुर्गों के लिए परिक्रमा की विशेष सुविधा रहेगी। जिसके तहत उन्हें ई-रिक्शा की मदद से परिक्रमा करवाई जाएगी।

गोपाल गौशाला में 30 अक्टूबर 2025 को गोपाष्टमी धूमधाम से मनाई जाएगी। जिसमें मुख्य अतिथि विधायक सतीश फागना होंगे। जिसकी अध्यक्षता उद्योगपति विक्रम सिंह करेंगे। अतिविशिष्ट अतिथि के तौर पर अशोक कुमार गोगिया व विजय जिंदल मौजूद रहेंगे।
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गौशाला के महासचिव व विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष तिलक राज बैंसला ने बताया कि गाय का पालन गौपालक ही कर सकते हैं। परन्तु गांव का शहरीकरण होने से खेती खत्म हो गई है। जिसके कारण आज चारा आदि खरीदकर खिलाना पड़ता है। जो कि काफी महंगा पड़ता है, इसी वजह से लोग गाय को सड़कों पर बेसहारा छोड़ देते हैं।
उन्होंने कहा कि गौशाला में एक व्यक्ति कम-से-कम चालीस गाय देखता है। जबकि गौपालक का पूरा परिवार एक गाय को देखता है। नगर निगम आए दिन गाय को सड़क से उठा कर गौशाला में भेज देता है। सड़कों से आने वाली अधिकांश गाय बीमार और कमजोर होती हैं। उनमें भी काफी संख्या उन गायों की होती है, जो सड़कों पर पॉलिथिन खाती हैं।
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो कभी-कभी गौशाला घूमने आते हैं और बीमार गाय का फोटो-वीडियो बनाकर वायरल कर गौशाला को बदनाम करते हैं। ऐसे लोगों से आग्रह है कि वह अपने घर में गाय की सेवा करें या फिर गौशाला में आकर कुछ दिन गौ सेवा करें। तभी उन्हें गाय के बारे में व गौशाला की समस्या के बारे में भी पता चल सकेगा। एक गाय के रखरखाव और भोजन की व्यवस्था करने में करीब 2400 रूपए मासिक खर्च होते हैं। इसके अतिरिक्त उनकी देखभाल करने वाले कर्मचारी का वेतन आदि जोड़ा जाए तो यह रकम और भी ज्यादा हो जाती है। श्री बैंसला ने कहा कि एक गाय की सेवा करने के लिए वार्षिक 21 हजार रुपए देकर कोई भी व्यक्ति गौपालक बन सकता है। जिससे न केवल गाय की बेहतर देखभाल होगी। बल्कि आमजन के सहयोग से गौशाला की व्यवस्था सुचारू व बेहतर बनेगी।


