फरीदाबाद: 27 जनवरी, डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद में 74 वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में रिटायर्ड कर्नल और समाज सुधारक ऋषि पाल मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि महोदय ने ध्वजारोहण कर समारोह का शुभारंभ किया। ऋषि पाल 1968 में कमीशन प्राप्त कर सेकंड लेफ्टिनेंट बने और उन्होंने सन् 1971 में बांग्लादेश के युद्ध में भी भाग लिया। उन्होंने कर्नल के रैंक में 1989-91 के दौरान जम्मू कश्मीर के युद्ध क्षेत्र में आतंकवाद का सफलतापूर्वक सामना किया। 1999 में सेवानिवृत्ति के बाद से वे फरीदाबाद में विभिन्न सामाजिक सेवा के कार्यों में सम्मिलित रहे।
मुख्य अतिथि महोदय ने एनसीसी कैडेट बॉयज और गर्ल्स यूनिट के परेड की सलामी ली। ऋषि पाल ने मंच से अपने संबोधन में सभी शिक्षकों, गैर शिक्षक कमिर्यों और छात्रों को बताया कि उन्होंने 1950-60 का दशक भी देखा है जब भारत देश अत्यंत अविकसित था परन्तु अब हमारे देश ने काफी तरक्की कर ली है। इस विकास का श्रेय हमारे शिक्षित समाज को जाता है क्योंकि शिक्षा ही हर समस्या का एकमात्र समाधान है और देश के सर्वागीण विकास में सबसे बड़ी सहायक है। इस अवसर पर कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर सविता भगत ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद करते हुए सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि मौलिक अधिकारों के विषय में तो सभी सजग रहते हैं लेकिन मौलिक कर्तव्यों के बारे में कम लोगों की चेतना जागृत होती है अतः उन्होंने शिक्षकों एवं छात्रों को अपने मौलिक अधिकारों के साथ-साथ मौलिक कर्तव्यों को भी संज्ञान में रखकर कार्य करने की सलाह दी।
गणतंत्र दिवस के समारोह में रोशनी एन जी ओ के छोटे-छोटे बच्चों ने मौलिक कर्तव्य के विषय पर एक लघु नाटिका की सुंदर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर बीसीए फाइनल ईयर के छात्र पंकज ने एक सुंदर गीत प्रस्तुत किया। छात्रा कविता और छात्र शिवम ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी। मंच का संचालन कर रही एनसीसी कैडेट पायल चौधरी ने सभी को संविधान दिवस के इतिहास से परीचित कराया।
एनसीसी यूनिट की कैप्टन सुनीता डूडेजा और सीटीओ ई एच अंसारी के मार्गदर्शन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस समारोह में कर्नल ऋषि पाल के पुत्र आशीष गोयल और पौत्र भी शामिल हुए। रोशनी एनजीओ के छात्रों की सुंदर प्रस्तुति से प्रसन्न होकर मुख्य अतिथि महोदय ने छात्रों के लिए ₹5000 नगद पुरस्कार की भी घोषणा की। महाविद्यालय से सेवानिवृत्त सीनियर प्रोफेसर सतीश बंसल, मुकेश बंसल, अरुण भगत और दिनेश चंद्र ने उपस्थित होकर समारोह की गरिमा बढ़ाई। कार्यक्रम के अंत में सभी के मध्य मिष्ठान वितरण किया गया।