नई दिल्ली: 01 जून, रबर क्षेत्र में नौ वर्षों से अधिक समय तक सेवा देने के बाद राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से अखिल भारतीय रबर उद्योग संघ और ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन द्वारा स्थापित रबर सेक्टर स्किल काउंसिल ने केमिकल व पेट्रोकेमिकल कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में प्रवेश किया है, जिसे रबर, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल स्किल डेवलपमेंट काउंसिल के नाम से जाना जाएगा। आरसीपीएसडीसी देश भर में युवाओं के लिए कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तत्वावधान में रबर, केमिकल और पेट्रोकेमिकल वर्टिकल में कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम पर काम करेगा।
आरसीपीएसडीसी के चेयरमैन विनोद साइमन ने कहा कि हम रबर, केमिकल और पेट्रोकेमिकल वर्टिकल में कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से देश की सेवा करने के लिए उतनी ही प्रतिबद्धता से काम कर रहे है, जितनी प्रतिबद्धता से रबर क्षेत्र में किया था। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय और केमिकल व पेट्रोकेमिकल मंत्रालय के सचिव ने आरएसडीसी के साथ विलय करने के लिए निर्णय लिया। इसके लिए एनएसडीसी और केमिकल व पेट्रोकेमिकल विभाग के अधिकारियों के साथ कई बैठकें भी हुई। इस विलय पर विचार करते हुए आरएसडीसी का नाम बदलकर रबर, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल स्किल डेवलपमेंट काउंसिल किया जा रहा है।
आरसीपीएसडीसी की सीओओ शिवानी नागपाल ने बताया कि आरसीपीएसडीसी प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण की योजना और सुविधा प्रदान करेगा ताकि प्रशिक्षकों को प्रदान किए जाने वाला ज्ञान शीर्ष पर हो। आरसीपीएस डीसी का उद्देश्य अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति, विकलांग और अल्पसंख्यक समूहों की कौशल संबंधी जरुरतों को पूरा करना, कौशल को सुनिश्चित करना है। सीपीसी वर्टिकल में कौशल प्रशिक्षण को पूरी तरह से नए स्तर पर ले जाने के लिए 25 प्रशिक्षण भागीदारों को संबद्ध किया गया है और 44 प्रशिक्षण का प्रमाणित किया गया है। केमिकल व पेट्रोकेमिकल के क्षेत्र में आरसीपीएसडीसी का कौषल प्रषिक्षण के लिए बड़े पैमाने पर लाभकारी सिद्ध होगा।