खबरेंNcr रिपोर्टर पंकज अरोड़ा फ़रीदाबाद: 11 फरवरी, महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आर्य समाज एन एच 4, एन एच 3 और सैक्टर 7 व अनेक आर्य समाजों में विशेष हवन यज्ञ और सत्संग के भव्य आयोजन में भारी संख्या में आर्यजनों ने भाग लिया। भजनों और प्रवचनों के माध्यम से ऋषि के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके विश्व को महत्वपूर्ण योगदान को याद किया गया। आर्य समाज एन एच 4 में आचार्य श्रुति सेतिया, आर्य समाज एन एच 3 में आचार्य विवेक शास्त्री और आर्य समाज सैक्टर 7 में आचार्य सतीश सत्यम ने यज्ञ ब्रह्मा के रूप मे यज्ञ करवाया और यजमानों द्वारा मंत्रोचारण से आहुतियां डाली गई।
आर्य समाज एन एच तीन में जितेंद्र सरल, एन एस चार में कुसुम चौहान, सैक्टर सात में सतीश सत्यम द्वारा भजनों की प्रस्तुति ने सबको भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद के विचारों को जन-जन तक फैलाना हमारा परम कर्तव्य है।
आर्य समाज सैक्टर 7 में युवा शक्ति ने बढ़ चढ़कर कार्यक्रम में भाग ले कर अपने विचार प्रकट करते हुए युवाओं से आवाहन किया कि महर्षि दयानंद सरस्वती उच्च कोटि के विद्वान व समाज सुधारक थे। आज के युवाओं को उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए जिससे युवाओं में मानवीयता का विकास हो सके।
मुख्य वक्ताओं जितेंद्र सरल, योगेंद्र फोर, पारुल मल्होत्रा, साक्षी सचदेवा, डॉ रेखा मैत्रेय, शिल्पी आर्या, सुश्री माही ने कहा हम सब महर्षि दयानंद सरस्वती के उपकारों के ऋणि हैं। महर्षि ने देश में वेदों की शिक्षा का प्रचार करके अज्ञान रूपी अंधकार को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने सत्यप्रकाश की रचना की जिसे पढ़कर सैकड़ों युवाओं में देश भक्ति की भावना का विकास हुआ। आर्य समाज एन एच 4 द्वारा हवन यज्ञ के बाद शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें भजन गाते और “वेद की ज्योति जलाने को ऋषि दयानंद आये थे” और ओम का झंडा ऊचा रहेगा आदि नारों से वातावरण को गुंजायमान हो गया। इस पावन पर्व पर ऋषि लंगर का भी आयोजन किया गया।
विभिन्न आर्य समाज के कार्यक्रमों में कुलभूषण सखूजा, योगेंद्र फोर, वसु मित्र सत्यार्थी, प्रदीप गुलाटी, विकास भाटिया, जोगेंद्र कुमार, मनोज शर्मा, कुलदीप गोयल, सुरेश गुलाटी, गोल्डी मल्होत्रा, संजय सेतिया, जगदीश विरमानी, सतीश आर्य, डॉo सत्यदेव गुप्ता, सुधीर कपूर, नरेन्द्र आर्य, वसन्त भाटिया, रमेश मनचन्दा, सतीश कौशिक, विनोद मोदी, रामबीर नाहर, नन्द किशोर महता, निष्ठाकर आर्य, कौशल वोहरा, कुसुम चौहान, सरला देवी, रजनी बत्रा, सुमन बत्रा, रचना धनखड़, सविता सचदेवा, सीता गांधी, माता यज्ञनंदा, ज्ञान आहूजा, ज्योति आर्या, पुष्पा आहूजा, संतोष आदि शामिल हुए।