पंकज अरोड़ा की रिपोर्ट/फरीदाबाद 15 मई, ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एकॉर्ड सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, अस्पताल ऑर्थोपेडिक एवं स्पोर्ट्स इंजरी विभाग के वरिष्ठ सर्जन डॉ. नमन गोयल ने एक मरीज की शहर में पहली बार आर्थोस्कोपिक शोल्डर सर्जरी विद पैच ट्रांसप्लांट तकनीक से खास तरह की सर्जरी की है। सर्जरी के बाद मरीन अब पूरी तरह स्वास्थ है। इस सफल सर्जरी के अस्पताल सीएमडी डॉ. जितेंद्र कुमार ने उनकी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के जटिल ऑपरेशन अस्पताल में होते रहेंगे।
डॉ. नमन गोयल ने बताया कि पिछले दिनों उनके पास एक मरीज आया। उसके कंधे में तेज दर्द की समय थी। प्राथमिक जांच में उसके कंधे की मांसपेशियां फट जाने की समस्या सामने आई। मरीज की यंग उम्र होने के कारण उसका सामान्य रूप से ऑपरेशन करना उचित नहीं था। इसलिए टीम ने उसका आर्थोस्कोपिक शोल्डर सर्जरी विद पैच ट्रांसप्लांट तकनीक से खास तरह की सर्जरी की है।
यह तकनीक उन मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है, जिनकी कंधे की मांसपेशियां अत्यधिक फट चुकी होती हैं और सामान्य इलाज से ठीक नहीं हो पातीं। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में दूरबीन से की गई सर्जरी में 5 मिमी के 3-4 इंसीशन द्वारा ऑपरेशन किया जाता है।
इस सर्जरी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे मरीज को कम दर्द होता है और वे जल्दी स्वस्थ होते हैं। उन्होंने कहा कि यह तकनीक विशेष रूप से बुजुर्गों और खिलाड़ियों के लिए काफी लाभकारी है, जिन्हें कंधे की चोट के कारण अक्सर बड़ी सर्जरी करानी पड़ती थी। सर्जरी के बाद मरीज की डॉ. अंकित राणा की देखरेख में फिजियोथैरेपी की गई।
अस्पताल आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. युवराज कुमार ने कहा कि एकॉर्ड अस्पताल में नई तकनीक से किया गया ऑपरेशन फरीदाबाद में अपनी तरह का शहर का पहला है। उन्होंने पूरी टीम को सफल ऑपरेशन के लिए बधाई दी। इस मौके पर कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. ऋषि गुप्ता और न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता ने भी अपने विचार रखे। अस्पताल में नई तकनीकों से हो रहे इलाज के संबंध में जानकारी साझा की।