- मेगा रक्तदान शिविर में 1356 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया
- मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे बिजली एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर
- ‘एक मुट्ठी दान’ के तहत 23,500 किलो सूखे अनाज का किया गया वितरण
- निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर, स्टेम सेल पंजीकरण अभियान, मैमोग्राफी जांच शिविर का हुआ आयोजन
खबरेंNcr रिपोर्टर पंकज अरोड़ा फरीदाबाद। 16 सितंबर, मानव रचना के दूरदर्शी संस्थापक डॉ. ओ.पी. भल्ला की 10वीं पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम की शुरुआत में प्रेरणा स्थल पर सभी ने डॉ. ओपी भल्ला को पुष्पांजलि दी। इसके बाद मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने भावपूर्ण भजन पेश किए। मौके पर परिसर में हवन का आयोजन हुआ जिसमें सभी ने प्रार्थना कर सामूहिक आहूति दी। इस दौरान डॉ. ओपी भल्ला की स्मृति में कई सामाजिक कल्याण गतिविधियां आयोजित की गई।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बिजली एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर पहुंचे। इस दौरान मुख्य संरक्षक एमआरईआई सत्या भल्ला, अध्यक्ष एमआरईआई डॉ. प्रशांत भल्ला, उपाध्यक्ष एमआरईआई डॉ. अमित भल्ला, डीजी एमआरईआई डॉ. एन सी वाधवा, उपकुलपति एमआरईआई डॉ. संजय श्रीवास्तव, उपकुलपति एमआरयू प्रो. (डॉ.) आई के भट, एमआरआईआईआरएस महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. आरके आनंद, निदेशक मानव संसाधन ब्रिगेडियर विजय आनंद, प्रति उपकुलपति एमआरआईआईआरएस डॉ. प्रदीप कुमार, रजिस्ट्रार एमआरआईआईआरएस श्री आरके अरोड़ा, रजिस्ट्रार एमआरयू डॉ कामेश्वर सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
इस मौके पर परिसर में डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन की ओर से लायंस क्लब और रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद के साथ मिलकर दो दिवसीय मेगा रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया, जिसमें संस्थान के पदाधिकारियों, संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और छात्रों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। शिविर के दौरान जरूरतमंदों के लिए कुल 1356 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इसके साथ ही निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर हुआ जिसमें शुगर, ब्लड प्रेशर, नेत्र जांच की गई। 40 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं के लिए और मैमोग्राफी जांच की गई। जीनबंधु और जीवनदायिनी फाउंडेशन के सहयोग से इच्छुक स्टेम सेल दाताओं के लिए जागरूकता और पंजीकरण शिविर भी लगाया गया, जिसमें कुल 243 छात्रों और संकाय सदस्यों ने बोन मैरो दाता के रूप में पंजीकरण कराया ।
इस मौके पर शहर की विभिन्न एनजीओ के साथ मिलकर प्रदर्शनी भी लगाई गई, साथ ही संस्थान के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक पेश कर समाज कल्याण के लिए लोगों से आगे आने की अपील की। श्रीमती सत्य भल्ला के साथ कृष्णपाल गुर्जर ने ‘एक मुट्ठी दान’ मुहिम में भाग लिया, जिसमें मानव रचना परिवार के सहयोग से सामुदायिक कल्याण की प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए गैर-सरकारी संगठनों और मानव रचना के सहायक कर्मचारियों को 23,500 किलोग्राम सूखा अनाज वितरित किया। डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन ने मौके पर अंग और शरीर दान पर जागरूकता की मुहिम भी शुरू की।
मुख्य अतिथि रहे सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि, “जिस तरह मानव रचना संस्थान सामाजिक उत्थान के लिए कार्यरत है इसे देखकर बेहद संतुष्टि मिलती है। एक देश या संस्थान तभी आगे बढ़ सकता है जब उसका लक्ष्य स्पष्ट हो, मानव रचना युवाओं को बेहतरीन शिक्षा देने का साथ ही उनमें नैतिक मूल्यों को स्थापित करने और मानवता की सेवा से जोड़ने के लिए भी कार्यरत है। उन्होंने कहा कि डॉ. ओपी भल्ला जी ने सभी के लिए सुलभ शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ हमेशा सामाजिक कल्याण के लिए भी काम किया, यही कारण है कि मानव रचना परिवार आज उन्हीं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए शैक्षिक उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में खड़ा है।”
मुख्य संरक्षक एमआरईआई सत्या भल्ला ने डॉ. ओपी भल्ला के समग्र विकास और सामुदायिक सेवा के दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए इस अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए सामाजिक योगदान की दिशा में किए गए प्रयासों को सराहा। उन्होंने कहा कि संस्थान के संस्थापक ओपी भल्ला ने हमेशा जरूरतमंदों की मदद के लिए काम किया था और उन्हीं के दिखाए मार्ग का अनुसरण हम कर रहे हैं।
महानिदेशक, एमआरईआई, डॉ. एनसी वाधवा ने कहा कि, “डॉ. ओपी भल्ला ने जो सपना देखा था वो हमेशा उसे पूरा करते हुए सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे। उन्होंने जिस दूरदर्शिता के साथ शिक्षा और समाज कल्याण की शुरुआत की उन्हीं गतिविधियों के साथ आगे बढ़कर हम आज ऊंचाई पर पहुंचे हैं। संस्थान में गुणात्मक शिक्षा के साथ कल्याणकारी कार्यों से जोड़कर युवाओं को बेहतर नागरिक बनाने की पहल की जा रही है
अध्यक्ष एमआरईआई डॉ. प्रशांत भल्ला ने कहा कि, “डॉ. ओपी भल्ला ने उच्च गुणवत्ता की दूरदर्शिता को पूरा करना है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही जरूरत शिक्षा की जरूरत को महसूस करते हुए मानव रचना की नींव रखी थी। उन्हीं की दूरदर्शिता के साथ आज मानव रचना परिवार एक प्रतिष्ठित स्थान पर पहुंचा है। नैक ए++ मान्यता प्राप्त करने वाला दिल्ली-एनसीआर का पहला निजी विश्वविद्यालय होने का गौरव, और हमें 2021 में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त हुआ। छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ अंगदान, अन्नदान, पिछड़े वर्ग के उत्थान के साथ हम डॉ.ओपी भल्ला की सोच को आगे बढ़ाते रहेंगे।
उपाध्यक्ष एमआरईआई डॉ. अमित भल्ला ने कहा कि “हमारे संस्थापक के आशीर्वाद और दृष्टिकोण के साथ हम समुदाय के लोगों के लिए सुलभ शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने की दिशा में जुटे हैं। डॉ. ओपी भल्ला के 10वें स्मरण दिवस पर संस्थान और फाउंडेशन ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है। संस्थान डॉ. भल्ला की दूरदर्शिता के साथ उनके उद्देश्यों की पूर्ति में प्रयासरत है।