खबरेंNcr रिपोर्टर पंकज अरोड़ा फरीदाबाद: 21अक्टूबर, श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी के तत्वाधान में रामलीला के मंचन पर राम को मनाने के लिए भरत सेना सहित चित्रकूट जाते है परन्तु राम भरत से कहते हैं कि अपने पिता के त्याग को समझिये और उनका वचन पूरा करने का हक सभी चारों भाईयो का है।
इसके बाद भरत श्रीराम की चरण पादुका लेकर अयोध्या वापिस लौट जाते हैं। भरत के लौट जाने के बाद राम, सीता और लक्ष्मण चित्रकूट छोड़कर ऋषि अत्रि व माता अनुसुइया से भेंट करने का दृश्य दिखाया गया।
रामलीला के मंचन पर स्वरूपनखा का पंचवटी में आना और लक्ष्मण द्वारा स्वरूपनखा की नाक काटना और खर दूषण दरबार में जाने का सीन बेहद स्तब्ध करने वाला था और खर दूषण के वध का दृश्य भी रोमांचक रहा। जिसे देखकर दर्शको की तालियों से सारा वातावरण गूंज उठा।
श्री श्रद्धा रामलीला मंचन के चौथे दिन दर्शकों की काफी भीड़ रही इस मंचन पर स्वरूपनखा का रावण दरबार में जाना तथा रावण का मारीच के साथ सीता हरण की योजना बनाना से सीता हरण और राम तथा लक्मण का सीता जी की खोज करने तक का दृश्य दर्शको भावुक कर गया। उसके बाद राम और जटायु का मिलान भी सफल रहा।
आपको बता दे कि जो कलाकार इस रामलीला में अपनी भूमिका निभा रहे हैं उनमें राम – कुणाल चावला, सीता – योगंधा वशिष्ट, लष्मन – साहिब खरबंदा, भारत – यश चांदना और शत्रुघ्न – हर्ष नरूला निभा रहे है और वंही रावण – श्रवण चावला, ऋषि अत्रि – परविंदर राजपाल, माता अनुसुइया – सोनिया शर्मा, स्वरूपनखा – असवारी वशिष्ट, खर – राजेश शर्मा, दूषण – दिलीप कुमार, मारीच – दीपक मदान, हिरन – यथार्थ सतीजा, जटायु – परविंदर राजपाल की भुमिका में है।