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सावधान: राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्थान

खबरेंNcr रिपोर्टर पंकज अरोड़ा फरीदाबाद: 19 जुलाई, भारत में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान को अपराध माना जाता है. अगर कोई व्‍यक्ति भारत में नेशनल फ्लैग का अपमान करता है तो उस पर किस तरह की कार्रवाई की जाती है? भारत में तिरंगे का अपमान करने वाले व्‍यक्ति के खिलाफ नेशनल फ्लैग कोड के तहत सख्‍त कार्रवाई की जाती है. भारतीय झंडा संहिता के नियमों के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति तिरंगे का जानबूझकर अपमान करता है तो उसे 3 साल तक कैद की सजा या जुर्माना या दोनों की व्‍यवस्‍था है. नेशनल फ्लैग कोड में राष्‍ट्रध्‍वज के तीन रंगों के बारे में काफी कुछ बताया गया है. साथ ही इसमें तिरंगे को फोल्‍ड करने का सही तरीका भी बताया गया है।

राष्ट्रीय ध्वज के साथ एक सख्त आचार संहिता भी है, जिसका पालन करना हम सभी का कर्तव्य है. तिरंगा हाथ में लेने से पहले ये जाने लें कि आपको इसका मान कैसे रखना है –

1. सजावट के लिए आप तिरंगे का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं.

2. आप अपने कॉपी, किताब या किसी भी वस्तु में तिरंगे का इस्तेमाल कवर की तरह नहीं कर सकते हैं.

3. तिरंगा कभी भी जमीन नहीं छूना चाहिए.

4. उल्टा मत पकड़िए, न लहराइए.

5. तिरंगे पर कुछ भी लिखना मना है.हमारा राष्ट्रध्वज तिरंगा हमारे देश की आन-बान-शान है. जब भी यह फहराया जाता है, हवा में लहराया जाता है, हमारे अंदर देशभक्ति की ऊर्जा का संचार हो जाता है. आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान इन दिनों देश में हर घर तिरंगा अभियान चल रहा है. ऐसे में राष्ट्रीय ध्वज को लेकर बने नियमों को जानना भी जरूरी है और उनका पालन करना भी उतना ही जरूरी है. तिरंगा संपूर्ण राष्ट्र के लिए गौरव का प्रतीक है. देश के लोग तिरंगे के प्रति सम्मान और श्रद्धा रखते हैं. ऐसे में अगर किसी वजह से राष्ट्रीय ध्वज फट गया हो या किसी भी तरह से खंडित हो गया हो तो उसके निपटान को लेकर भी कुछ नियम बने हैं.

भारतीय ध्वज संहिता के खंड 2.2 के अनुसार, यदि राष्ट्रीय ध्वज क्षतिग्रस्त हो या बदरंग हो जाए या फिर कट फट जाए तो उसे अलग ले जाकर पूरी तरह नष्ट कर देना चाहिए. यानी एक तरह से जलाकर या फिर किसी ऐसे तरीके से, जिसमें कि राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा को कोई ठेस ना पहुंचे.

कागज का हो तिरंगा तो…

राष्ट्रीय ध्वज यदि कागज का बना हो, तो इसके निपटान को लेकर भी नियम है. आम तौर पर बच्चे और आम लोग कागज का झंडा भी फहराते हैं. इन ध्वजों को भी कभी जमीन पर नहीं फेंकना चाहिए. राष्ट्र ध्वज की गरिमा को ध्यान में रखते हुए इन्हें अलग एक तरफ ले जाकर त्याग देना चाहिए. आप ऐसे ध्वज को बहते पानी में भी समर्पित कर सकते हैं.

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