खबरेंNcr: रिपोर्टर पंकज अरोड़ा, गुरूग्राम: 19 मार्च, समस्त पंजाबी खत्री समाज की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक बैठक सैक्टर 31 के श्री राधाकृष्ण मन्दिर परिसर में हुई, जिसकी अध्यक्षता विद्वान शिक्षाविद् डा सर्वदानंद आर्य पूर्व उपकुलपति हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने की। इस बैठक में राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब तथा हरियाणा से संबंधित राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शामिल हुए। उक्त जानकारी देते हुए समाज के मुख्य विस्तारक अनिल वोहरा ने बताया कि समाज को जागरूक करने तथा एकजुट करने के लिए इस गैरराजनीतिक संगठन द्वारा किए गए तथा किए जाने वाले प्रयासों पर चर्चा हुई। उपस्थित पुरुष तथा महिला सदस्यों से विचार-विमर्श उपरांत निम्न प्रस्ताव पारित किये गये कि जनगणना में जाति खत्री तथा भाषा पंजाबी लिखवाई जाये। सांसदों तथा विधायकों को ज्ञापन देकर सरकार से मांग की जाये कि संधर्षशील, परिश्रमी तथा देशभक्त कौम को रिफ्यूजी, शरणार्थी या पाकिस्तानी कहने वालों पर कानूनी कार्रवाई के लिए कानून बनाया जाये।
बैठक को संबोधित करते हुए विद्वान शिक्षाविद् डा सर्वदानंद आर्य पूर्व उपकुलपति हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने कहा कि यह गैर-राजनीतिक संगठन है और समाज को एकजुट कर जागरूक करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है। देश के 80 जिलों में करीब चालीस हजार खत्री से संगठन से जुड़ चुके हैं। सरकार इस पुरशार्थी ओर स्वाभिमानी कौम के देशहित के लिए किए बलिदान को दरकिनार किए हुए हैं।
इतिहास साक्षी है कि इस समाज की राजनीति, व्यापार,कला संस्कृति, सेना के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका रही है। सांसदों, विधायकों को ज्ञापन देकर उन्हें सरकार पर दवाब बनाने की गुहार लगाई जायेगी कि रिफ्यूजी, शरणार्थी या पाकिस्तानी कहने वालों पर कानूनी शिकंजा कसा जाये। बैठक में समाज हितैषी बोर्ड बनाने की मांग को लेकर भी प्रस्ताव पारित किया गया।