सूरजकुंड मेले में प्लास्टिक मुक्त भारत के अभियान में सहयोग कर रही है हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की स्टाल
जन सहयोग के बगैर प्लास्टिक मुक्त होना असंभव : कमलेश शास्त्री
प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान में जनसहयोग का होना बहुत जरूरी
फरीदाबाद: 16 फरवरी, हर वर्ष की भांति इस साल भी लगातार हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की स्टाल 36 वे अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेले में अपनी अगुवाई कर रही है जैसा कि पहले भी बताया गया है कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद पूरे प्रदेश में अपनी गतिविधियों कार्यशाला में कोचिंग क्लास चलाकर बच्चों के सर्वांगीण विकास में अपना पूर्ण सहयोग कर रही है। जानकारी देते हुए बता दे कि परिषद के मुखिया (अध्यक्ष) के रुप में प्रदेश के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय, उपाध्यक्ष के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व महासचिव रंजीता मेहता के दिशा निर्देशन और कुशल नेतृत्व में ही स्टॉल नंबर 124 सूरजकुंड मेले में अपनी भागीदारी निभा रही है। स्टॉल पर जब आप भ्रमण करेंगे तो पाएंगे कि बिना प्लास्टिक की हस्त निर्मित वस्तुएं तैयार की गई है। आप हाथ से बने जूट के बैग, कपड़े के थैले, घर के लिए कालीन व चटाई, सोफे व कुर्सी के लिए तकिए, मेज पोस, सुगंधित धूप बत्तियां आदि सामान खरीद सकते हैं। यह सभी सामान प्लास्टिक का उपयोग किए बिना हाथ से निर्मित किया गया है।
जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री ने बताया कि सरकार द्वारा “प्लास्टिक मुक्त भारत” का संदेश दिया है। जिसमें प्लास्टिक या प्लास्टिक से निर्मित वस्तुओं का कम से कम इस्तेमाल करने पर बल दिया गया है। सरकार के इसी सपने को साकार करने में सहयोग करते हुए हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद चंडीगढ़ (हरि०) द्वारा मेले में लगाए गए इस स्टॉल पर सभी वस्तुओं को कपड़े व जूट से हस्त निर्मित कर लगाया गया है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक मुक्त भारत का सपना जब तक सरकार नहीं होगा तब तक प्रत्येक व्यक्ति प्लास्टिक का बहिष्कार ना करें। जन सहयोग के बिना इस सपने को साकार करना नामुमकिन है।