खबरेंNcr रिपोर्टर पंकज अरोड़ा फरीदाबाद: 10 जून, प्रसिद्ध शिक्षाविद, समाजसेविका, आर्य समाज एन. एच. चार व महर्षि दयानंद योगधाम की पूर्व महिला प्रधाना स्व. स्वदेश सत्यार्थी की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित भावांजलि समर्पण समारोह में विभिन्न आर्य समाज, आर्य केंद्रीय सभा, महर्षि दयानंद योगधाम तथा अन्य सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों व अन्य सम्मिलित लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे अपनी भावांजलि दी। आचार्य प्रदीप शास्त्री, जितेन्द्र सरल व विदूषी श्रुति सेतिया द्वारा भजनों व डा. श्रुतिकांत पाण्डेय, डा. हरिओम शास्त्री तथा योगीराज डा. ओमप्रकाश द्वारा अपने प्रवचननों से श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
इस अवसर पर हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने उनको अपनी भावांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व. स्वदेश सत्यार्थी के शिक्षा द्वारा व्यक्तित्व-विकास, समाज-सेवा से जन-जागृति, जन-आंदोलनों के नेतृत्व, धार्मिक-संस्थाओं के मार्गदर्शन, राजनीति से राष्ट्र-निर्माण और पारिवारिक दयित्वों के अनुकरणीय निर्वहन के कारण उनको समाज के सभी पक्षों से अतुल्य आदर-सम्मान मिला। विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं और आर्य समाजों ने भी उनको अनेक सम्मानों से विभूषित किया।
विश्वविख्यात कवि दिनेश रधुवंशी ने माँ को समर्पित कविताओं द्वारा अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। वरिष्ठ भाजपा नेता नीरा तोमर ने उन के साथ निभाये यादगार पलों को याद किया। योगाचार्य देवराज आर्य, राधेश्याम भाटिया, आचार्य सुरेश शास्त्री, गजराज आर्य व सुशील भाटिया ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर स्वदेश सत्यार्थी व विश्वामित्र सत्यार्थी के सामाजिक व धार्मिक अतुलनीय सराहनीय योगदान को याद किया।
आर्य समाज एन. एच. चार तथा आर्य केंद्रीय सभा (नगर निगम क्षेत्र) के पदाधिकारी योगाचार्य ओम प्रकाश, योगेंद्र फोर, देशबंधु आर्य, कर्मचंद शास्त्री, डॉ संदीप आर्य, सत्यप्रकाश अरोड़ा, विकास भाटिया, कुलभूषण सखूजा, महेंद्र प्रताप चावला, प्रदीप गुलाटी, जितेन्द्र सरल, वंदना सतीजा, ऊषा चितकारा द्वारा माता स्वदेश सत्यार्थी के आदर्श, प्रेरणादायक अनुकरणीय जीवन, आर्य समाज में उनके अतुलनीय समर्पण, कुशल नेतृत्व और बहुमूल्य योगदान के लिए परिवारजनों को मृत्योपरान्त अभिनंदन पत्र देकर अपनी भावांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर प्रसिद्ध शिक्षाविद, समाजसेवी, साहित्यकार स्व. विश्वामित्र सत्यार्थी की रचनाधर्मिता के अंतिम पुष्प, उनकी बीसवीं पुस्तक ‘पिता-पुत्र के प्रसंग’ के द्वितीय संस्करण का विमोचन शिक्षामंत्री सीमा त्रिखा, ओम योग संस्थान के संस्थापक योगाचार्य डा. ओम प्रकाश, प्रसिद्ध कवि दिनेश रघुवंशी, वरिष्ठ भाजपा नेता नीरा तोमर, डॉ हरि ओम शास्त्री, विदूषी श्रुति सेतिया, सुशील भाटिया, एफ एल सी सी के अध्यक्ष विनोद मलिक, डॉ श्रुतिकांत पाण्डेय, वसु मित्र सत्यार्थी, विभु मित्र सत्यार्थी, मंजुला बक्षी तथा विनय बक्षी द्वारा किया गया तथा विश्वामित्र मित्र सत्यार्थी द्वारा रचित 20 पुस्तकें फरीदाबाद साहित्यिक एवं सांस्कृतिक केंद्र द्वारा संचालित गीता आश्रम पब्लिक लाइब्रेरी को भेंट की गई।
कार्यक्रम में योगेंद्र फोर, आनंद महता, कर्मचंद शास्त्री, देशबंधु आर्य, कुलभूषण सखूजा, गजराज आर्य, सत्यप्रकाश अरोड़ा, डॉ संदीप आर्य, नंदलाल कालरा, सुरेश शास्त्री, सुधीर बंसल, राधेश्याम भाटिया, प्रदीप गुलाटी, महेंद्र प्रताप चावला, विकास भाटिया, रविभूषण खत्री, राकेश भाटिया, योगाचार्य देवराज आर्य, बिमला ग्रोवर, विमल सचदेवा, वंदना सतीजा तथा अनेक सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक क्षेत्र के गणमान्य लोग सम्मिलित हुये।